Monday, November 3, 2008

माया से बचाओ

यूपी के IAS अधिकारी मुख्यमंत्री मायावती से इस कदर खौफजदा हैंकी अब उनकी असोसिएशन ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर माया से बचाने कीगुहार लगायी हैं..दरअसल असोसिएशन ने अधिकारीयों के ख़िलाफ़ माया के सख्ततेवर और लगातार हो रही कार्रवाई से बचने के लिए केन्द्र के दखल की मांगकी है..ताज़ा मसला प्रमुख सचिव बलविंदर कुमार के निलंबन को लेकर है लेकिनमाया के डर के मारे असोसिएशन अपनी बैठक बुला पाने की भी हिम्मत नही जुटापा रहा है....बस चिट्टी लिख के काम चला रहा है

देश की नौकरशाही के सबसे मजबूत और ताकतवर संवर्ग से ताल्लुक रखनेवाले IAS अधिकारी यूपी में भीगी बिल्ली बने हुए हैं..अब तक हर सरकार कोअपने नियंत्रण में लेने वाले आजकल इस राज्य में अपने पर ही नियंत्रण नहीरख पा रहे हैं..उन्हें सपने में भी अगर बहन जी का चेहरा उन्हें दिख गयातो रात भर नीद नही आती..कुछ ऐसा है बहन जी डर...आपको जानकर हैरानी होगीलेकिन ये सच है..की मायावती ने अब तक के अपने सभी मुख्यमंत्रित्व काल में85 IAS अफसरों को घर बिठा चुकी हैं...यानि उन्हें सस्पेंड कर दिया गया.जबकि उनके उनके कट्टर प्रतिद्वंदी मुलायम ने महज 15 को निलंबितकिया..यानि माया इस मामले में भी मुलायम पे भारी हैं.....जब किसी काट्रैक रिकॉर्ड ऐसा हो तो अफसरों का डरना भी लाजिमी है क्योंकि निलंबन कीगाज किसी IAS के लिए बड़ी शर्मिंदगी का विषय बन जाती है...बाकि राज्योंमें भले ही इस संवर्ग की तूती बोलती हो लेकिन यूपी में मसला अलगहै....कार्रवाई और फिर निलंबन की तलवार ने अफसरों के मन में माया के लिएखौफ पैदा कर दिया है..

मायावती की तिरछी निगाह का मतलब यूपी के अफसर अच्छी तरह से जानतेहैं..समय ने मनमाफिक काम का न हो पाना....दी गई जिम्मेदारी में छोटी सीभी चुक की माफ़ी मायाराज में नही है....गलती की यहाँ माफ़ी भी नहीमिलती....बल्कि तुंरत बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है...लगातार हो रहीकार्रवाईसे परेशान अफसरों ने एक तरीका खोजा की असोसिएशन के मध्यम से भारत सरकारके कार्मिक मंत्रालय को पत्र लिख कर अपने संवर्ग के साथ हो रही ज्यादतीसे अवगत कराया जाए..चिट्टी तो जा चुकी लेकिन इस मामले को लेकर असोसिएशनअपनी मीटिंग भी नही बुला पा रहा है क्योंकि मीटिंग का मतलब...माया सेबगावत....यही वजह है की मुह की बात अफसरों की जुबान पे नही आ पा रही है..

दूसरों को बात बात पे सजा देने वाले आईएस संवर्ग के अधिकारी अब अपनेख़िलाफ़ हो रही कार्रवाई से सन्नाटे में हैं..उनका डर इसलिए भी बहुतज्यादा है क्योंकि मायाराज में मिली सजा की कहीं अपील भी नही कर पातेअधिकारी...535 अफसरों वाला यूपी का IAS संवर्ग मायाराज में सबसे ज्यादाएलर्ट रहता है..इस बार तो स्थिति इसलिए भी बदली हुई है क्योंकि नौकरशाहीकी कमान किसी IAS के हांथों में नही बल्कि पायलट से कैबिनेट सेक्रेटरीबने शशांक शेखर सिंह के पास है..

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